sarvanam kise kahte hain - सर्वनाम किसे कहते हैं

सर्वनाम किसे कहते हैं, ये कितने प्रकार के होते है ?

सर्वनाम -Sarvanan 

'संज्ञा के स्थान पर उपयोग किए जाने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं, सर्वनाम के प्रयोग से वाक्य व्यावहारिक, स्पष्ट, सरल और सुंदर बन जाता है' । 
सर्वनाम शब्द सर्व + नाम  से बना है।  'सर्व' का अर्थात 'सब' और नाम। सर्वनाम का अभिप्राय ऐसे नाम से है जो सबके स्थान पर प्रयुक्त किये जा सकें; जैसे-  
 मैं  तुम  वह  वे  उन्हें  मुझे  हमें 
 उसे  अपनी  अपना   कुछ  कौन  कोई  किसी 
 तू  हमारा  जो  उन्होंने  सो  इससे  किसका 
 किन  उसका  जिनका  आप  तुम्हारा  जिसने  यह 
 उनको  किन्होंने  जिस  क्या  इस  मेरा  तुम्हें 

 सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वाक्य अत्यधिक प्रभावशाली हो जाता है।  संज्ञा शब्दों के बार-बार प्रयोग से वाक्य की रोचकता पर असर पड़ता है; जैसे- 
 सर्वनाम रहित वाक्य   सर्वनाम सहित वाक्य 
 राम ने राम की पुस्तक पढ़ी।   राम ने अपनी पुस्तक पढ़ी। 
 सीमा ने सीमा की कॉपी पर सीमा का नाम लिखा।  सीमा ने अपनी कॉपी पर अपना नाम लिखा। 

 सर्वनाम के भेद -Sarvnam ke bhed :- सर्वनाम छः प्रकार के होते हैं। 
1. पुरुषवाचक सर्वनाम                2. निश्चयवाचक सर्वनाम                3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम 
4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम           5. प्रश्नवाचक सर्वनाम                    6. निजवाचक सर्वनाम 

1. पुरुषवाचक सर्वनाम :- जो सर्वनाम शब्द तीनों पुरुषों - बोलने वाला (उत्तम पुरुष), सुनने वाला (मध्यम पुरुष), और जिसकी बात की जा रही है ( प्रथम या अन्य पुरुष) का बोध कराते हैं, पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं,जैसे -     मैं लिख रहा हूँ।                तुम क्या कर रहे हो ?                देखो, वह भाग गया। 
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं -
(क) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम :- वक्ता या केखक जिन सर्वनामों का प्रयोग अपने नाम के स्थान पर या अपने लिए करते हैं, उन्हें उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे - हम, मेरा, हमारा, हमने, हमें आदि। 
(ख) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम :- बोलने वाला या लिखने वाला जिसे सम्बोधित करता है तथा जो सर्वनाम शब्द पढ़ने वाले या सुनने वाले के लिए प्रयोग किये जाते हैं , उन्हें मध्यमपुरुष सर्वनाम कहते हैं; जैसे- तू, तुम, आप, तुम्हे, आपने, आपका आदि। 
(ग) अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम :- जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बोलने या लिखने वाला व्यक्ति सुनने व पढ़ने वाले के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति के लिए करता है, उन्हें अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे - वह, वे, उन्हें, उनका, उन्होंने, उसे, उसके आदि। 
2. निश्चयवाचक शब्द :- जो शब्द पास या दूर की वस्तु या व्यक्ति की ओर निश्चयवाचक संकेत करे, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे- यह मेरी किताब है।                    वह उसे पढ़ा रहा है।    
3. अनिश्चयवाचक शब्द :- जिस सर्वनाम शब्द से किसी निश्चित प्राणी या वस्तु का बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे -
इस घर में कोई नहीं है।                                     किसी ने कुछ नहीं बताया। 
4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम :- जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग में आए अन्य सर्वनाम शब्दों से संबंध बताने के लिए किया जाता है, उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे- 
जो परिश्रम करेगा वो सफल होगा।                      जैसी करनी वैसी भरनी। 
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम :- जिस सर्वनाम शब्द का प्रयोग प्रश्न पूछने के लिए किया जाता है अथवा कुछ जानने के लिए किया जाता है, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे- 
आम क्या भाव है ?                                              बाहर कौन बैठा है ?
6. निजवाचक सर्वनाम :- जो सर्वनाम शब्द वाक्य के कर्ता से अपनत्व का बोध कराते हैं; उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते हैं; जैसे- मैं स्वयं चला जाऊँगा।                        यह काम अपने- आप हो जाएगा। 

सर्वनाम शब्दों की रूप रचना 

सर्वनाम शब्दों के एकवचन तथा बहुवचन रूप - 
'मैं' उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन 
 कर्ता  मैं, मैंने  हम, हमने 
 कर्म  मुझे, मुझको  हमें, हमको 
 करण   मुझसे, मेरे द्वारा  हमसे, हमारे द्वारा 
 सम्प्रदान   मुझे, मुझको, मेरे लिए  हमारे लिए, हम लोगों के लिए 
 अपादान  मुझसे  हमसे, हम लोगों से 
 संबंध  मेरा, मेरी, मेरे  हमारा, हमारी, हमारे 
 अधिकरण  मुझमें, मुझ पर  हममें, हम पर 

'तू' मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन                        
 कर्ता  तू, तूने   तुम, तुमने 
 कर्म  तुझे, तुझको  तुम्हें, तुमको 
 करण   तुझसे, तेरे द्वारा  तुमसे, तुम्हारे द्वारा 
 सम्प्रदान   तुझे, तुझको, तेरे लिए  तुम्हारे लिए 
 अपादान  तुझसे                            तुमसे, तुम लोगों से 
 संबंध  तेरा, तेरी, तेरे  तुम्हारा, तुम्हारी, तुम्हारे       
 अधिकरण  तुझमे, तुझ पर  तुममें, तुम पर 

'वह' अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन                   
 कर्ता  वह, उसने   वे, उन्होंने, उन लोगों ने        
 कर्म  उसे, उसको उन्हें, उनको 
 करण   उससे, उसके द्वारा  उनसे, उनके द्वारा 
 सम्प्रदान   उसे, उसको, उसके लिए    उनके लिए 
 अपादान  उससे  उनसे  
 संबंध  उसका, उसकी, उसके  उनका, उनकी, उनके 
 अधिकरण  उसमें, उस पर  उनमें, उन पर 


'यह ' निश्चयवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन 
 कर्ता  यह, इसने  ये, इन्होने 
 कर्म   इसे, इसको  इन्हें, इनको 
 करण   इससे, इसके द्वारा  इनसे, इनके द्वारा  
 सम्प्रदान   इसे, इसको, इसके लिए   इनके लिए 
 अपादान  इससे  इनसे 
 संबंध  इसका, इसकी, इसके  इनका, इनकी, इनके            
 अधिकरण  इसमें,  इस पर  इनमें, इन पर 

'कोई' अनिश्चयवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन 
 कर्ता  कोई, किसी ने  किन्होंने 
 कर्म  किसी को  किन्हें, किनको, 
 करण   किसी से, किसी के द्वारा  किनसे, किन लोगों द्वारा 
 सम्प्रदान   किसी को, किसी के लिए  किनके लिए, किनको 
 अपादान  किसी से  किनसे 
 संबंध  किसी का,किसी की, किसी के   किनका, किनकी, किनके 
 अधिकरण   किनमें, किन पर 

'कौन' प्रश्नवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन 
 कर्ता  कौन, किसने   किन्होंने 
 कर्म  किसे, किसको    किन्हे, किनको 
 करण   किससे , किसके द्वारा            किनसे, की लोगों द्वारा 
 सम्प्रदान   किसको, किसके लिए  किनको, किनके लिए 
 अपादान  किससे  किनसे 
 संबंध  किसका, किसकी, किसके  किनका, किनकी, किनके  
 अधिकरण  किसमें, किस पर  किनमें, किन पर 

'जो' निजवाचक सर्वनाम 
 कारक  एकवचन  बहुवचन 
 कर्ता  जो, जिसने  जो, जिन्होंने 
 कर्म  जिसे, जिसको  जिन्हें, जिनको 
 करण   जिससे, जिसके द्वारा  जिनसे, जिनके द्वारा 
 सम्प्रदान   जिसको, जिसके लिए  जिनके लिए, जिनको 
 अपादान  जिससे  जिनसे 
 संबंध  जिसका, जिसका, जिसके        जिनका, जिनकी,  जिनके 
 अधिकरण  जिसमें, जिस पर  जिनमें, जिन पर 

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